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ETF

आज इस आर्टिकल में हम बॉन्ड ETF की बात करेंगे. बॉन्ड ईटीएफ एक प्रकार का एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड ही होता है जो बॉन्ड्स (ऋण पत्रों) में निवेश करता है और शेयर बाजार में ट्रेड होता है, जैसे कोई स्टॉक।

🧾 बॉन्ड ETF क्या होते हैं?
बॉन्ड ETF ऐसे फंड होते हैं जो विभिन्न प्रकार के बॉन्ड्स (जैसे सरकारी बॉन्ड, कॉर्पोरेट बॉन्ड, म्युनिसिपल बॉन्ड आदि) में निवेश करते हैं। इनका उद्देश्य एक बॉन्ड इंडेक्स को ट्रैक करना होता है। इन्हें आप शेयर मार्केट में किसी सामान्य स्टॉक की तरह खरीद और बेच सकते हैं।

उदाहरण: भारत में कुछ लोकप्रिय बॉन्ड ETF हैं जैसे:

Bharat Bond ETF

SBI ETF Long Duration

✅ बॉन्ड ETF के फायदे
लिक्विडिटी (Liquidity):

ये शेयर बाजार में ट्रेड होते हैं, इसलिए इन्हें आप आसानी से खरीद-बेच सकते हैं।

  1. डाइवर्सिफिकेशन (Diversification):

एक ही ETF में कई बॉन्ड्स होते हैं, जिससे जोखिम बंट जाता है।

2. कम निवेश राशि:

सीधे बॉन्ड में निवेश करने के मुकाबले, ETF के ज़रिए कम रकम में भी निवेश कर सकते हैं।

3. कम मैनेजमेंट फीस:

ये आमतौर पर पासिव फंड होते हैं, इसलिए मैनेजमेंट फीस भी कम होती है।

4. रेगुलर इनकम:

बॉन्ड्स से मिलने वाला ब्याज (कूपन) निवेशकों को नियमित इनकम देता है।

5. ट्रांसपेरेंसी:

ETFs का पोर्टफोलियो नियमित रूप से डिस्क्लोज़ होता है।

⚠️ कुछ सावधानियाँ:
ब्याज दर में बदलाव का असर इनकी कीमत पर पड़ सकता है।

अगर बाज़ार में लिक्विडिटी कम हो, तो बिक्री में दिक्कत आ सकती है।

इनकी कीमत बाज़ार की मांग और आपूर्ति पर आधारित होती है, जो NAV से थोड़ी अलग हो सकती है।